भारत के Stock Market में एक पैनिक जैसी सिचुएशन क्रिएट हुई है एक्सपर्ट्स का मानना है स्पेसिअली जो SEBI की चीज़ है आपको पता है ये Stock Market का जो रेग्युलेटर है सेक्युरिटीज़ एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया उनकी जो चीफ हैं उनके द्वारा मिड स्टॉक और स्मॉलकैप स्टॉक्स लेकर बयान दिया गया और कहा गया कि कहीं ना कहीं एक बबल जैसी सिचुएशन क्रिएट हुई है और आप सभी को पता है की Stock Market में जब भी कोई बबल बस्ट होता है तो कई सारे इन्वेस्टर्स बहुत सारे लोगो का जो पैसा है वो डूबता है ये आप खबर देख सकते हैं सभी चीफ फ्रॉड वॉर्निंग देर इस रिस्क ऑफ बबलिन Stock Market किसी के बारे में हम डिटेल से चर्चा करेंगे की एग्ज़ैक्ट्ली हुआ क्या है और साथ ही साथ में आपको कुछ और भी चीजे बताऊँगा मतलब कई लोगों को अगर आपने देखा होगा की जब स्टॉक की प्राइसेस काफी बढ़ जाते हैं और रिसेंटली आपने देखा होगा कई सारे छोटे छोटे स्टॉक्स हैं उनके प्राइस बहुत तेजी से बढ़े थे लेकिन जो रीटेल इन्वेस्टर्स होता है वो क्या होता है ना की वो बहुत बाद में सीट को देखता है और हाई वैल्यूएशन पर उसको खरीद लेता है तो आप उसको कैसे पहचानें कि वो हाई वैल्यूएशन है वो सारी चीजें मैं आपको बताऊँगा चलिए आगे बढ़ते हैं
देखिये इंडियन Stock Market में काफी ज्यादा सेल्लिंग प्रेशर देखने को मिल रहा है चाहे मंडे की बात करिए कल की बात करिए इन्फैक्ट आज भी काफी सारे जो स्टॉक्स है मतलब मैक्सिमम स्टॉक निशान में हैं मतलब की लॉस में जा रहे हैं और स्पेशल यहाँ पर अगर हम स्मॉलकैप और मिडकैप इंडेक्स की बात करें तो वो तो काफी नीचे गए स्पेशल लिए वन मंथ का चार्ट आप देख सकते हो यह जो स्मॉलकैप और मिडकैप स्टॉक्स है पिछले 1 साल में इसमें बड़ी उछाल आई थी वो मैं आपको और आगे बताऊँगा लेकिन आप में से कई लोग हो सकता है की शायद ये स्मॉलकैप और मिडकैप स्टॉक होता क्या है ये शायद ना जानते हों तो मैं आपको बता दूँ की एक तरह का यह वैल्यूएशन होता है जैसे की मान लीजिए अगर कोई कंपनी है कंपनी एबीसी ठीक है ये कंपनी का नाम है और उसका जो टोटल आउटस्टैंडिंग शेरज़ है अगर मान लो मैं कहता हूँ 1000 टोटल नम्बर ऑफ शेरज़ 1000 है और उसकी हर एक शेर की जो कीमत है वो है आपका ₹5 तो यहाँ पर उसकी वैल्यूएशन कितनी हुई ₹5000 तो ये जो 5000 है इसका ये हो गया मार्केट कैपिटलाइजेशन इसको कहा जाता है मार्केट कैपिटलाइजेशन क्या होता है की जिन कम्पनीज़ का मार्केट कैपिटलाइजेशन 5000 करोड़ तक का होता है उसको हम स्मॉल कैप स्टॉक्स कहते है ठीक है और मिडकैप स्टॉक्स उनको कहा जाता है जिनका मार्केट कैपिटलाइजेशन 5000 करोड़ से लेकर 20,000 करोड़ तक होता है ठीक है और जो 20,000 करोड़ से ऊपर के वैल्यूएशन वाले कंपनीज होते है जैसे रिलायन्स ये सारे जो आप देखते होंगे वो लार्ज कैप में आते हैं तो ये होता है स्मॉलकैप और मिडकैप तो क्वेश्चन ये है की आखिरकार जो SEBI की चीफ हैं और इनका नाम मैं आपको बता दू से बी की जो चेर्पर्सन है इस समय पूरी बोझ उनके द्वारा मंडे को अभी कई सारे कॉन्सर्टस रेज किया गया और स्पेशल ही बोला गया की जो स्मॉल और मिडकैप स्टॉक्स है ये जो इंडेक्स आप देख रहे हो इसका वैल्यूएशन बहुत ज्यादा हाई देखने को मिल रहा है मतलब जितना उसका प्राइस होना चाहिए उससे कई गुना प्राइस इस समय हो रखा है तो एक तरह से उनका कहना है देर आर पॉकेट्स ऑफ रॉक इनके मार्केट अब देखो इनका स्टेटमेंट समझने की कोशिश करिये जब हम फ्रॉड कहते है ना बेसिकली आप समझिये हो गया जैसे कि ये कोई भी अगर आप दूध वगैरह पीते हैं कॉफी हो गया उसके ऊपर जो ऊपर का झाग होता है ना एक होता है तो आपने कहावत सुनी होगी ना की दूध का जला छाछ भी फूंक फूंक वक्त बीता है मतलब ऊपर से लगता है की शायद ये मिल्क होगा लेकिन जब आप पीते हो तो उसमें कुछ आता नहीं है बस एक एक झाग होता है ठीक है तो जहा क्या है बेसिकली ये छोटे छोटे बबल से मिलकर बना हुआ है तो उनका यही कहना था कि ऐसा लगता है की शायद मार्केट में एक बबल क्रीएट हुआ है कई लोग इसको फ्रॉड बोलते हैं लेकिन उनका बेसिकली ये कहना था कि इस फ्रॉड को हमें बिल्ड नहीं होने देना है क्योंकि अगर ये बबल्स टूटेंगे अगर ये बबल बर्स्ट होगा तो ये बहुत बड़ा एक तरह से आप कह सकते है की नुकसान ला सकता है इन्वेस्टर्स के लिए ऐसे पास्ट इंसिडेंट हुए हैं इस तरह के और इसलिए उनका बेसिकली जो मेन पर्पस था क्न्सर्न था SEBI के चेयरमैन का यही था की जो वैल्यू है स्टॉक की स्पेशल ली मिड कैपिटलाइज़ेशन जो स्टॉक्स हैं मिडकैप स्मॉलकैप इस तरह के जो स्टॉक्स है उसमें बहुत ज्यादा मार्केट देखने को मिला है उनके प्राइसेस काफी बड़े हैं जैसे की फॉर एग्जाम्पल आप इस चार्ट से अच्छे से समझ पाओगे ये डार्क
कलर में ऊपर वाला आप लाइन देख रहे हो ये बेसिकली स्मॉल कैप को दिखा रहा है जो निफ्टी स्मॉलकैप का जो इंडेक्स है उसको दिखा रहा है और ये पिछले 1 साल में करीब 60% के आसपास बढ़ा है देखो ये तो मैं ऐवरेज की बात कर रहा हूँ इसमें से बहुत से स्टॉक्स हैं जो की 200% 300% आपने देखा होगा आईआरएफसी आरबीएनएल कई सारे जो पावर स्टॉक्स हो गए बहुत सारे स्टॉक्स जो है उनके प्राइसेस काफी ज्यादा बढ़े हैं और वही अगर हम बात करें नीचे यहाँ पर निफ्टी इंडेक्स की मतलब निफ्टी 50 जो लार्ज कैप स्टॉक्स होते हैं लार्ज कैप वाले जिनकी वैल्यू 20,000 करोड़ से ज्यादा है एचडीएफसी बैंक इसके अंदर आता है रिलायंस आता है इसके अंदर अडानी मतलब और भी कई सारे जैसे कि टाटा का ग्रुप हो गया तो इस तरह के जो है वो आपके लार्ज कैप में आते हैं ये तो यहाँ पर आप देख सकते हो इनका पिछले 1 साल में रिटर्न आया है 28% मतलब कहा स्मॉल भयंकर जा रहा है और वही जो लार्ज कैप वाले रिटर्न है वो थोड़ा सा कम दे रहे हैं तो एक तरह से यह दिखाता है कि यहाँ पर इनका जो वैल्यूएशन है वो बहुत हाई है और साथ ही साथ देखो यही नहीं इसके अलावा यहाँ पर अगर आप देखोगे तो एक बहुत बड़ा और आरोप लगाया जा रहा है SEBI के द्वारा वो है मैन्युपुलेशन का SEBI का ये कहना है बेसिकली जो कई सारे आईपीओ आज कल निकल रहा है तो देख रहे हो आप देख रहे होंगे हर एक 2 दिन में कोई न कोई आपको नया आईपीओ इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग मतलब कोई कंपनी है जो इस समय प्राइवेट लिमिटेड है और जब वो पब्लिक से पैसा वेस्ट करना चाहती है पहली बार जब पैसा रेस्ट करना चाहती है तो उनको अपना स्टॉक लिस्ट करना होता है
Stock Market में तो उसको कहा जाता है आईपीओ इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग तो बहुत सारी छोटी छोटी कम्पनीज़ है मिड स्टॉक की स्मॉल स्मॉल कैप की तो वो आपका अपने कंपनी को लिस्ट कर रही है तो उसमें कुछ गड़बड़ी पाई गई है ऐसा SEBI का कहना है और साथ ही साथ जो ऑलरेडी एग्ज़िस्टिंग कम्पनीज़ हैं उनमें भी जो ट्रेनिंग हो रही है उसमें भी काफी सारी गड़बड़ियां देखने को मिल रही है तो इसके लिए सभी का ये कहना है कि देखिये अभी हम इमीडियेट बेसिस पर कोई ऐक्शन नहीं ले सकते हम इसको लेकर जो भी वो कलेक्ट कर रहे हैं सही समय पर हम यहाँ पर ऐक्शन लेंगे तो ये तो साफ है कि देखो जो स्मॉलकैप और मिडकैप के शेयर्स हैं उसमें कहीं ना कहीं कुछ प्रॉब्लम है ऐसा SEBI की तरफ से साफ साफ इंडिकेशन दे दिया गया लेकिन क्वेश्चन ये है यहाँ पर की आखिरकार जो आम नागरिक हैं वो कैसे पहचानें का अगर आप इन्वेस्ट करना चाहते हो अगर आपको लगता है कि मैं लार्ज कैप में नहीं करूँगा मेरे को स्मॉल कैप में ही इन्वेस्ट करना हैं तो आप कैसे पहचानोगे की वो जो स्मॉल कैप का शहर है वो कितना ज्यादा वै हाइली वैल्यूड है मतलब की ऐक्चुअल वैल्यू से ज्यादा उसके Stock Market के प्राइस है तो इसके लिए बेसिकली आपको क्या देखना होता है इसको हम कहते हैं प्राइस टु बुक वैल्यू रेशियो अभी तो इसको थोड़ा समझने की कोशिश करिये प्राइस टु बुक वैल्यू रेशियो का मतलब ये हुआ अगर सपोज़ मैं कहता हूँ कोई कंपनी है मान लो कंपनी फिर से लेते हैं ए बी सी कोई कंपनी है ठीक है और उस कंपनी के पास आपको पता है लैन्ड होगा ठीक है काफी सारा स्टॉक पड़ा होगा तो उसकी जो टोटल वैल्यू है मतलब एक्चुअल वैल्यू है जीसको हम बुक वैल्यू कहते है ठीक है मतलब जो ऐक्चुअल वैल्यू आज के डेट में अगर वो कंपनी को बेचा जाएगा तो उसका कुछ रिटर्न आएगा कुछ पैसा आएगा तो वो रिटर्न कितना आएगा उसको हम कहते है बुक वैल्यू और फिर दूसरा होता है प्राइस प्राइस मतलब मार्केट प्राइस की हम बात कर रहे मतलब उसके स्टॉक का प्राइस कितना है तो सपोज़ मैं कहता हूँ कि उस कंपनी के स्टॉक का प्राइस है ₹200 और उसके बुक वैल्यू है ₹100 तो यहाँ पर रेश्यो कितना निकला ये हो गया आपका दो मतलब एक से ज़्यादा है ना अगर किसी भी कंपनी का प्राइस टु बुक वैल्यू एक से ज़्यादा होता है मतलब दैट इस ओवरवैल्यूड और वहीं अगर उसकी उसका स्टॉक प्राइस एक से अगर उसका प्राइस टु बुक वैल्यू एक से नीचे हुआ तो उस केस में उसको हम अंडरवैल्यूड कहेंगे तो यहाँ पर ये बोला जाता है कि जीस कंपनी में आप निवेश कर रहे हो तो आपको ये जरूर चेक करना चाहिए अगर मान लो अगर हम बात करें इस समय स्मॉलकैप इंडेक्स की बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में जो स्मॉलकैप इंडेक्स है उसकी जो प्राइस टु बुक वैल्यू है आपको पता है कितना हैं इट इस 3.36 सोच के देखिये 3.36 थिस इस ओवरवैल्यूड देर इस नो डाउट अबाउट इट और इसी की वजह से इतना ओवरवैल्यूड हो गया है की उसको सस्टेन करना काफी मुश्किल है और इसीलिए अब आपको यहाँ पर स्मॉलकैप और मिडकैप में लगातार गिरावट देखने को मिले गी तो आपको हमेशा ये जो प्राइस टु बुक वैल्यू है ना वो चेक करते रहना चाहिए आपको क्वेश्चन ये है कि आखिरकार ये जो स्मॉल और मीडियम एंटरप्राइजेज की जो कंपनीज है क्या वो बहुत सारा फंड रेज कर रही है मार्केट में बिलकुल मैं आपको कुछ आंकड़े बताता हूँ 2023 में 82 स्मॉल और मिड एंटरप्राइज़ की कंपनी थी जो पब्लिक हुई थी जो लिस्टेड हुई थी और उन्होंने मार्केट से मतलब पब्लिक से 40 ₹600,00,00,000 रेज किया था और इसको अगर आप कंपेर कर 2022 से 30150% अबोव 2022 में 1800 करोड़ रेस किया गया था और 2024 की बात करें इस साल की तो ऑलरेडी पहले दो महीने में जैन्यूअरी ऑफ फेब्रूवेरी में ऑलरेडी 1000 करोड़ रुपये इनके द्वारा रेज की है मतलब की बहुत सारा पैसा मार्केट से उठा रहे हैं और साथ ही साथ बहुत सारे जो लोग है वो इसमें निवेश करना चाहते हैं मैं आपको बोल रहा था ना की देखो आपके पास कई ऑप्शन होता है आप लार्ज कैप स्टॉक्स में भी लगा सकते हो लेकिन क्या होता है लार्ज कैप में आपको एकदम से मल्टीप्ल राइस शायद बहुत कम देखने को मिलता है अपने किसी में पैसा लगाया जैसे की आपको याद होगा अडानी का स्टॉक क्या हुआ था पिछले साल का रिपोर्ट आया था एकदम नीचे चला गया था ₹1000 के आसपास की वैल्यू तो उसका जो वैल्यू है वो बहुत नीचे हो गया था तो वहाँ पर जिसने लगाया होगा अडानी एंटरप्राइज़ में तो उसका मल्टिपल च्वाइस देखने को मिलेगा आज के डेट में ये 3000 से ऊपर है तो ये अच्छा खासा रिटर्न होता है तो आपको देखना होता हैं की उसका वैल्यू कितना चल रहा है इस समय तो कई लोग शायद लार्ज कैप में उतना उतना इन्वेस्ट इन्वेस्ट नहीं करते हैं लेकिन जो स्मॉलकैप और मिडकैप स्टॉक्स होते हैं वो बहुत रिस्की होते हैं वहाँ पर चान्सेस होता है की आपका पैसा डबल ट्रिपल भी हो जाएगा और चान्सेस होता है की वो काफी सारा नीचे भी गिर जाएगा 50% 80% का लॉस भी हो सकता है कई बार होता है तो यहाँ पर आप देख सकते हो अगस्त 2023 से जनवरी 2024 के बीच में ये स्मॉल कैप फंड में जो नेट इनफ्लो आया है नेट इनफ्लो की मैं बात कर रहा हूँ पैसा अलटिमेटली जो निवेश किया गया पॉज़िटिव में इट इस 22,000 क्रोर और मिड कैप फंड के अंदर 13,000 इन्वेस्ट किया गया है और अगर आप इसको कंपेयर करो लार्ज कैप फंड में जो नेट इनफ्लो है पीरियड में इट इस जस्ट 1500 क्रॉस मतलब लार्ज कंपनी लार्ज कैप वाली जो कंपनी इतनी बड़ी होती है उसमें ही इतना कम यहाँ पर निवेश हुआ है लेकिन वहीं स्मॉलकैप और मिडकैप में कई गुना ज्यादा निवेश हुआ है तो इसकी वजह से ऐसा दिखता है की यहाँ पर वैल्यूएशन इनकी बहुत हाई हैं और इन्फैक्ट आप देख सकते हैं जो म्यूचुअल फंड वगैरह भी होते हैं कई लोग डाइरेक्टली म्यूचुअल फंड में भी निवेश करते हैं उसमें भी रिकॉर्ड इन्वेस्टमेंट देखने को मिला है रीसेंट टाइम में तो यह इम्पोर्टेन्ट चीज़ है आप क्वेश्चन फाइनली ये है कि आखिरकार SEBI और ऑर्गनाइजेशन्स इसको लेकर क्या कदम ले रहा है देखो जो रेग्युलेटर है वो चाहते है की स्मॉलकैप स्टॉक्स में आप थोड़ा सा मॉडरेशन आए जीस तरह से पैसा लोगों का लगाए उतना पैसा अपना लगे क्योंकि वो बहुत रिस्की हो जाता है और इसीलिए आप देखिये ट्वेंटी सेवंथ फरवरी को असोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया जो कि कंट्रोल करती है ये जो म्यूचुअल फंड वगैरह होते है ना उनको ऊपर निगरानी रखती है तो उनको उन्होंने ये बोला की देखिये आपको अप्रोपिरियेट मेजर्स लेने होंगे एक तो आपको यहाँ पर जो इनफ्लो है बहुत सारा पैसा इसके अंदर आ रहा है इसको रोकना होगा और मैं कल ही देख रहा था मैंने यहाँ पर लगाया नहीं है लेकिन मैं आपको बता दू आइसीआइसीआइ ने क्या किया है बहुत सारे अपने जो स्मॉलकैप और मिडकैप स्मॉलकैप के जो म्यूचुअल फंड है उसको बंद कर दिया है जिसमें लोग लार्ज कैप मतलब लम्प सम अमाउंट नहीं लगा सकते जिसको एक साथ 50,000 1,00,000 5,00,000 लगाना है वो एक साथ नहीं लगा सकता क्योंकि उसमें बहुत ज्यादा रिस्क कहा गया है और इस साथ ही साथ यहाँ पर म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री ने ये भी कहा है सभी म्यूचुअल फंड को की आप जो है कुछ स्ट्रेस टेस्ट लीजिये मतलब ये जो म्यूचुअल फंड्स है जो अलग अलग स्कीम्स आती है हर 15 दिन पर आपको स्ट्रेस टेस्ट लेना होता है क्योंकि आम नागरिक को पता नहीं होता ये प्राइस वैल्यू क्या है ये मैंने आपको बताया ना प्राइस टु बुक वैल्यू ये सारे रेशियो उसको क्या करना है वो तो बस अपना पैसा डाल देता है तो ये जो स्ट्रेस टेस्ट होता है उसमें बेसिकली आपको दिख जाता है कि यहाँ पर हाइली रिस्की है लो रिस्क है मिड रिस्क है क्या है वो आपको पता चल जाता है तो वो सारी इन्फॉर्मेशन पब्लिक को बतानी होगी ये मैनडेटरी कर दिया और ये फिफ्टीन्थ मार्च से स्टार्ट हो जायेगा तो देखते है आगे क्या होता है