What is NATO ? क्या है NATO
पिछले साल यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद से ही ने NATO लगातार चर्चा में हैं हमले के बाद से यूक्रेन ये मांग कर रहा है की उसे NATO में शामिल किया जाना चाहिए अब आपके मन में ये सवाल होगा कि आखिर है क्या ये इतना अहम क्यों है और ग्लोबल जियो पॉलिटिक्स में उसकी क्या भूमिका है
नैटो या नहीं नॉर्थ एटलांटिक ओर्गेनाइजेशन ये 31 देशों का एक सैन्य गठबंधन है इसका मुख्यालय बेल्जियम की राजधानीब्रसेल्स में है दरअसल द्वितीय विश्व युद्ध के बाद 1949 में ने तो अस्तित्व में आया स्थापना के वक्त नेटो का उद्देश्य था यूरोप में सोवियत संघ के विस्तार को रोकना इस संगठन का मूल सिद्धांत ये है कि यदि किसीएक मेंबर पर हमला होता है तो ये सब पर हमला माना जाएगा और बाकी देश उसकी मदद के लिए आगे आएँगे शुरुआत में ने तो मैं अमेरिका ब्रिटेन फ्रांस कैनडा समेत 12 देश शामिल थे लेकिन धीरे धीरेइसमें नए सदस्य जुड़ते चले गए Finland तो सबसे नया सदस्य हैं इसी साल अप्रैल में उसे नेटो की मेंबरशिप दी गई नैटो के महासचिव इसके प्रमुख होते हैं फिलहाल नैटो के महासचिव जेम्सनहीं बाघ हैं
90 के दशक में एक समय ऐसा भी था जब लग रहा था भी में शामिल हो सकता है लेकिन फिर 2000 के बाद रूस ने अपना रास्ता बदल लिया साल 2014 में जब रूस ने क्राइमिया को अपने में मिला लियातो उसके संबंध ने तो के साथ बेहद खराब हो गए ने तो की फन्डिंग इसके सदस्य देशों की तरफ से होती है इसके लिए पहले से एक तय फॉर्मूला है अब बात नेटो के मिशन की वैसे तो ये ऐसा संगठन माना जाता हैजिसका फोकस यूरोप पर है पर इसकी मौजूदगी दुनिया के दूसरे हिस्सों में भी रही है
इराक अफगानिस्तान से लेकर लीबिया तक में ये ऐक्शन में दिख चुका है फिलहाल कई देश हैं जो नेटो की सदस्यता चाहते हैंसुगन और यूक्रेन दोनों ने तो इसके लिए आवेदन भी कर दिया है बात अगर भारत की करें तो भारत ने अपनी गुटनिरपेक्ष नीती को कायम रखा है और इस गठबंधन में शामिल नहीं है हालांकि भारत ही नहीं कोई भी एशियाई देशनेटो का सदस्य नहीं हैं